गुरुवार (10 दिसंबर) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को संसद भवन की नई बिल्डिंग का भूमिपूजन किया। नए भवन में लोकसभा सांसदों के लिए लगभग 888 और राज्यसभा सांसदों के लिए 326 से ज्यादा सीटें होंगी। पार्लियामेंट हॉल में कुल 1,224 सदस्य एक साथ बैठ सकेंगे। सांसदों से मिलने के लिए संसदीय क्षेत्र से लोग आते हैं, तो अभी संसद भवन में लोगों को दिक्कत होती है। आम जनता को अपनी कोई परेशानी अपने सांसद को बतानी है तो इसके लिए स्थान की कमी महसूस की जाती है। भविष्य में हर सांसद के पास ये सुविधा होगी कि वो अपने क्षेत्र के लोगों से मुलाकात कर सकें। जैसे नेशनल वॉर मेमोरियल ने राष्ट्रीय पहचान बनाई है, वैसे ही संसद का नया भवन अपनी पहचान स्थापित करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुराने संसद भवन ने आजादी के बाद के भारत की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम किया और नया संसद भवन 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम बनेगा। इसमें सांसदों की कार्यक्षमता बढ़ेगी और वर्क कल्चर में आधुनिक तौर-तरीके शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र जीवन का मंत्र भी है और व्यवस्था का तंत्र भी है।