नई दिल्ली : उपेंद्र कुशवाहा ने आज नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहते हैं। उनकी इस बौखलाहट के पीछे माना जा रहा है कि उन्हीं की पार्टी के दो विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान हैं । कथित रूप से ये दोनों विधायक जेडीयू जॉइन कर सकते हैं। कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के नेताओं से जेडीयू सम्पर्क साध रही है। उन्हें जेडीयू से जोड़कर मुझे राजनीतिक रूप से कमजोर करने की साजिश हो रही है। उनके मुताबिक उनकी पार्टी के सांसदों से भी संपर्क किया गया था लेकिन वे सब मेरे साथ बने हुए हैं।
आज दिल्ली में अपने निवास पर मंत्रिमंडल और एनडीए से अलग होने की जानकारी देते हुए कुशवाहा ने कहा कि उनके राहुल गांधी के नेतृत्व वाले गठबंधन में जाने या अकेले चुनाव लड़ने के विकल्प खुले हुए हैं और वे शीघ्र ही इस पर फैसला ले लेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आरएसएस के एजेंडे को लागू करने की साजिश रच रही है। आरक्षण को खत्म करने की कोशिश कर रही है। अल्पसंख्यकों और ओबीसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो रही है। अब तक वे एनडीए में रहकर इस लड़ाई को लड़ रहे थे लेकिन अब उनका रास्ता अलग हो जाएगा।
आरएलएसपी नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के मुद्दे को लेकर उन्हें लगातार अपमानित किया गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुलेआम उन्हें अपशब्द कहा। उन्हें सिर्फ दो सीटें दी जा रही थीं लेकिन इतना कमजोर होने पर वे अपनी बात मजबूती से नहीं रख पाते और इसीलिए उन्होंने खुद को गठबंधन से अलग कर लिया। उन्होंने कहा कि इस बार एनडीए को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।
नीतीश कुमार उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहते हैं : उपेंद्र कुशवाहा