नई दिल्ली : रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा है कि एनसीसी, सशस्त्र बलों की दहलीज़ है। उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की 51वीं केन्द्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) की अध्यक्षता करते हुए यह कहा। सीएसी एक सर्वोच्च निकाय है, जिसकी अध्यक्षता रक्षा राज्य मंत्री करते हैं। यह निकाय एनसीसी के प्रशासन और उसके संविधान के बारे में सरकारी नीतियों के लिए सलाह देता है।
श्री नाइक ने प्रशिक्षण, खेल, रोमांचकारी गतिविधियों, सामाजिक सेवा और सामुदायिक विकास के क्षेत्र में एनसीसी के प्रदर्शनों की सराहना की। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय अखंडता, निस्वार्थ सेवा भाव और युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए एनसीसी ने सराहनीय काम किया है।
श्री नाइक ने कहा कि एनसीसी ने ओडिशा, बिहार, केरल और कर्नाटक में बाढ़ और संकट के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि भारत और कजाकिस्तान तथा अन्य मित्र देशों के साथ समझौते से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के युवाओं को युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए विदेश भेजने में सहायता होगी। श्री नाइक ने आशा व्यक्त की कि एनसीसी की सदस्य संख्या 14 लाख से बढ़कर 2023 तक 15 लाख पहुंच जाएगी। उन्होंने एनसीसी को सलाह दी कि लड़कियों को भी इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा ने पिछले दो वर्षों के दौरान एनसीसी की गतिविधियों का ब्यौरा सीएसी के सदस्यों के समक्ष पेश किया। इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस भदौरिया, सांसद डॉ. सोनल मानसिंह, सासंद कुलदीप राव शर्मा, एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा, रक्षा मंत्रालय के आला अधिकारी और अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।