पुलिस के द्वारा 4बलात्कारियों के एनकाउंटर पर पूरे भारत में जश्न का माहौल


देवरिया (अनिरुद्ध विश्वकर्मा ) महिला पशु चिकित्सक को 27 नवंबर की रात हैदराबाद के पास   5दरिंदों ने रेप किया और डॉक्टर को जिन्दा जला डाला । 28 नवंबर को महिला चिकित्सक की जली हुई लाश को पुलिस ने बरामद किया ।6 दिसंबर शुक्रवार को पुलिस ने तड़के 3:00 बजे भोर में चार रेपिस्टो को एनकाउंटर कर दिया, इन चारों बलत्कारियो को एनकाउंटर किये जाने पर  जहां निर्भया की मां खुश है वही महिला डॉक्टर के परिवार के लोग भी खुश हैं लेकिन आम जनमानस में 90 प्रतिशत लोग खुश है जो इस एनकाउंटर को जायज ठहरा रहे हैं । लोग कह रहे हैं कि बलात्कारियों को इस तरह की सजा होने से उनके हौसले पस्त होंगे । अब ऐसे में यह प्रश्न उठना लाजमी है कि आखिर लोग इतने खुश क्यों है खास करके वह वर्ग जो काला कोट पहनकर न्यायालय में न्याय की मिसाल कायम करता है यानि अधिवक्ता वर्ग भी खुशियां मना रहा है ।  इसका सिर्फ एक मतलब है की भारत की कानून व्यवस्था से लोगों का विश्वास उठ गया है या यह कह लीजिए की किसी भी केस को लोअर कोर्ट से शुरू होकर सुप्रीम कोर्ट तक जाने में कई दशक लग जाते हैं, यानी देर से मिला हुआ न्याय भी न्याय की श्रेणी मे नहीं आता है और प्रशासन की विफलता का भी देन है। ,कहीं न कहीं लोगों के दिलों दिमाग में यह बात बैठ गई है कि हमारी बहन बेटियों के साथ जो रेप की वारदातें हो रही हैं उसमे सजा दिलवाने में भारतीय कानून काफी कमजोर और लचर हो गया है ।  कमजोर को सताया जा रहा है और बाहुबलियों को सरकारी सुरक्षा मुहैया कराया जा रहा है ।


हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा, कि. "घटना सुबह 5.45 से 6.15 के बीच हुई. सबसे पहले पुलिस पर हमला मोहम्मद आरिफ़ ने किया, इसके बाद दूसरे अभियुक्तों ने भी हमला किया."।


तेलंगाना मे ही 2008 में एक महिला पुलिस पर कुछ लोगों ने तेजाब फेंका था उस समय वर्तमान कमिश्नर पुलिस अधीक्षक हुआ करते थे ,उस समय भी तेजाब फेंकने वालों को एनकाउंटर किया गया था, तो ऐसे में वर्तमान पुलिस कमिश्नर पर कुछ लोगों के द्वारा उंगली भी उठाए जाने लगे


है।


हैदराबाद एनकाउंटर की गूंज  सड़क से लेकर संसद तक शुरू हो चुकी है ।कुछ लोगों का यह कहना है कि कानूनी प्रक्रिया के तहत  बलात्कारियों को सजा हो  ।  वही हैदराबाद की पुलिस ने प्रेस वार्ता करके यह कहा है कि बलत्कारियो ने ही पहले गोलियां चलाई इसलिए हम पुलिस वालों ने अपनी आत्मरक्षा के लिए उन पर गोलियां चलाई जिसमे चारों बलात्कारी मारे गए। पुलिस के एनकाउंटर  पर अक्सर सवाल खड़ा होते रहते हैं ।आज के 17 साल पहले उत्तर प्रदेश के बासी मे  29 जुलाई 2003 को रात लगभग 2:00 बजे एक साथ पुलिस ने बावरिया गिरोह के 7 सदस्यों का एनकाउंटर किया था लेकिन वह मामला लूट और हत्या का था ।


        यूपी मे वाराणसी के लंका थाने मे एक महिला से बलात्कार,और गालियाँ देने मे घोसी के सांसद अतुल राय पर 1मई 2019 को मुकदमा पंजीकृत हुआ अब अदालत ने 6दिसम्बर 19को आरोप तय कर दिया । उन्नाव रेप.पीडिता 6दिसम्बर रात लगभग 11:40पर दम तोड दिया । उन्नाव मे ही ला की छात्रा के साथ बीजेपी नेता चिन्मयानंद रेप करता , छात्रा को न्याय कब मिलेगा ।कुलदीप सिह सेगर को अदालत कब सजा सुनायेगी । 3 साल से लेकर 5 साल की बच्चियों का रेप होना ,नाबालिग बच्चियों का रेप होना यह दर्शाता है कि समाज में सड़न पैदा हो गया है और उस सड़न  को काटकर निकाल देने की जरूरत है ।ऐसे में  सख्त से सख्त कानून की जरूरत है जो कम से कम 2 से 3 महीने में बलात्कारियों को सजा दिया जा सके ।  बहुत  सारे ऐसे मुद्दे हैं जो लोग लेकर आंदोलनरत है खास करके उन्नाव की घटना से आम जनमानस में काफी आक्रोश है और आम जनमानस सड़क पर उतर कर अब मांग करने लगा है कि उन्नाव रेप पीड़िता को कब न्याय मिलेगा ।


 हमने देवरिया के जनता से इस घटना पर बात किया और कुछ लोगों के विचार जानने की कोशिश की ,उनके विचार कुछ इस तरह से है ।



श्री भगवान दत्त महिला महाविद्यालय ककवल की प्राचार्या डॉक्टर पूनम राय ने कहा कि बलात्कारियों के ऊपर ऐसा सख्त कानून बनाए जाएं जिससे कोई भी बलात्कारी कानूनी दांवपेच से बच न सके और उनकी सजा का निर्धारण 6 महीने के अंदर कर दिए जाएं तो बलात्कार जैसी घटनाओं पर विराम लग सकता है  ।



श्री भगवान दत्त महिला महाविद्यालय के प्रवक्ता बिबेक सिंह ने कहा कि हैदराबाद की पुलिस ने जो किया वह सराहनीय है लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत बलात्कारियों को सजा मिले तो और भी बेहतर होता ,ताकि  आने वाले कल में  कोई शरीफ व्यक्ति  का एनकाउंटर ना हो ।



समाज सेवा में योगदान देने वाले यादवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना सिंह राजा साहब ने हैदराबाद पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह की सजा उन्नाव रेप कांड में चिन्मयानंद और उनके साथियों को दिए जाने की आवश्यकता है लेकिन प्रदेश की सरकार रेपिस्टो को बचाने में लगी हुई है जो घोर निंदनीय है ।



श्री भगवान दत्त महिला महाविद्यालय की प्रवक्ता एवं कवियित्री डॉक्टर प्रगति मिश्रा ने कहा कि 'टिट फार टैट' इस फैसले का स्वागत होना चाहिए क्योंकि कोई भी बलात्कारी लोअर कोर्ट से लेकर के हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक जाता है जिसमें लंबा समय लगता है ऐसे में बलात्कार पीड़िता घुट घुट कर एक-एक पल का समय समाज में लज्जित होकर के गुजारती है ।



पेशे से डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता  डॉक्टर अहमद का कहना है कि बलात्कारियों को तत्काल सजा दिया जाना अच्छी बात है और हैदराबाद में रेक्स्टों को पुलिस ने गोली से उड़ाया है यह अफसोसजनक बात नहीं है यह स्वागत योग्य बात है । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुंद भास्कर मणि का कहना है कि बलात्कारियों को  गोली से मारा जाना  तत्कालिक रूप से लोगों में खुशी की लहर तो जरूर पैदा कर रहा है लेकिन इस तरह के कदम आने वाले समय में बेहतर नहीं होंगे इसलिए हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि सदन में एक ऐसा कानून बनाया जाए जो 3 महीने के अंदर बलात्कारी को सजा सुनाया जा सके और वह सजा सिर्फ फांसी हो ।



कन्हैया लाल शर्मा कोलकाता निवासी , जो एक सामाजिक कार्यकर्ता है उन्होंने कहा कि जो लोग आज सड़क पर खुशी मना रहे हैं यह खुशी कानून और व्यवस्था की नाकामियों को मुंह चिढ़ाने वाली खुशी है इससे सरकार को सबक लेने की जरूरत है और सख्त से सख्त कानून बनाकर जल्द से जल्द बलात्कारियों को सजा दिए जाने की जरूरत है , वरना  एक दिन वह समय भी आएगा कि लोग सड़कों पर उतर कर बलात्कारियों को मौत के घाट उतारने से गुरेज नहीं करेंगे ।