क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना की 222 वीं जयन्ती मनाई गयी


शनिवार, दिनांक 15 अगस्त, 2020 को क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना की 222 वीं जयन्ती राम नरेश पाल, पूर्व सहायक प्रबन्धक ( आई एफ सी आई ), संस्थापक सम्पादक-पाल बघेल वाणी स्मारिका, गुरूग्राम, ब्यूरो चीफ़-हरिकमल दर्पण के निवास स्थान न्यू पालम विहार, गुरग्राम में धूमधाम से मनाई गयी । समारोह की अध्यक्षता विंग कमाण्डर रामजी पाल ने की । मंच संचालन राम नरेश पाल ने किया । कार्यक्रम में सबसै पहले क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गयी । उसके बाद विंग कमाण्डर रामजी पाल ने उपस्थित मेषपाल समाज के लोगों को देश की आजादी की 74 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शुभकामनाएँ दी ।


इस समारोह में बताया गया कि क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना का जन्म एक  कुरुबा (मेषपाल /गड़रिया) परिवार में कर्नाटक के बेलगाँव (अब बेलगावी) जिले के सांगोल्ली नामक स्थान पर 15 अगस्त, 1798 को हुआ था । उस समय देश अँग्रेजों के हाथों पराधीन धा ।कर्नाटक की कित्तूर रियासत की रानी चेनम्मा, जिन्हें बाद में दक्षिण भारत की रानी लक्ष्मीबाई के नाम से भी जाना गया, ने सन् 1824 मे देश की आजादी के लिए अँग्रेजों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया । उस समय क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना रानी चेनम्मा के सेनापति थे । वे अक्सर गुरिल्ला छापामार पद्धति से युद्ध लड़ते धे । मीर जाफर और जयचन्द की तरह किसी गद्दार ने मुखबिरी करते हुए उन्हें अंग्रेजों के हाथों पकड़वा दिया और बेलगाँव के नन्दगढ़ नामक स्थान पर अँग्रेजों ने उन्हें बरगद के पेड़ से लटका कर मात्र 33 वर्ष की आयु में फाँसी दे दी ।


वह बरगद का पेड़ आज भी विद्यमान है और वहाँ पर अमर शहीद रायन्ना की समाधि बनी हुई है व  मूर्ति स्थापित कर उनका स्मारक बनाया गया है । क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना शहीदों की पंक्ति मे एक चमकता सितारा हैं  ।इस ऐतिहासिक योद्धा  पर 2012 में "क्रान्तिवीरा सांगोल्ली रायन्ना" नामक एक कन्नड़ फिल्म भी बन चुकी है जिसके निर्माता आनन्द अप्पूगोई व निर्देशक नागन्ना थे । फिल्म में मुख्य भूमिका दर्शन, निकिता ठुकराल व जयाप्रदा ने निभाई  थी । इस अप्रतिम वीर योद्धा के सम्मान में भारत सरकार ने 8 फरवरी, 2013 को एक डाक टिकट जारी किया है । इस शहीद की स्मृति  ओर सम्मान में भारतीय रेलवे ने बंगलौर(अब बेंगलुरू) रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर अब "के एस आर बेंगलुरू"" कर दिया है ।बेंगलुरू की "नम्मा मेट्रो" ने अपने एक स्टेशन का नाम "क्रान्तिवीरा सांगोल्ली रायन्ना" रखा है । के एस आर बेंगलुरू स्टेशन के समीप ही एक चौराहे पर बृहन बेंगलुरू महानगर पालिका द्वारा क्रान्तिवीर सांगोल्ली रायन्ना की भव्य प्रतिमा स्थापित की गयी है ।


 शहीद के सम्मान में राम नरेश पाल, विंग कमाण्डर रामजी पाल,  श्याम शंकर (सचिन) पाल, मीडिया प्रभारी, पाल बघेल महासभा, गुरूग्राम व क्षेत्रीय प्रतिनिधि-हरिकमल दर्पण, शिव राम पाल, पूर्व प्रचार मंत्री व पूर्व सह-सचिव, पाल बघेल समाज सुधार समिति, गुड़गाँव, राम बहादुर पाल, सह-महासचिव, पाल बघेल महासभा, गुरूग्राम व भगवान दास पाल, सह-महासचिव, पाल बघेल महासभा, गुरुग्राम ने अपने उदगार व्यक्त किए । उक्त सभी व्यक्तियों के अतिरिक्त राघव पाल, एम सी ए, न्यू पालम विहार,  तिलक राम पाल, न्यू पालम विहार, सतपाल पाल, न्यू पालम विहार, ओम प्रकाश पाल, सूरत नगर, राम वीर सिंह पाल, राम विहार व जितेन्द्र पाल, राम विहार ने समारोह में भाग लिया । समारोह के सफल आयोजन में राम बहादुर पाल, ओम प्रकाश पाल व सचिन पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।